Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2018 · 1 min read

ग़ज़ल

—–ग़ज़ल—-

उठा के हाथ ख़ुदा ——से करे दुआ कोई
वतन को मेरे लगे —-अब न बद्दुआ कोई

बहुत ही टूटा है ये —-क़हरे आसमानी से
न आए अब कभी केरल सी आपदा कोई

लुटी है बेटियों की कितनी अस्मतें लेकिन
मरे न बेटी न हो —–बाप ग़मज़दा कोई

लुटेरे लाख हैं ——जो लूटते हैं भारत को
कभी तो आएगा ही -बन के रहनुमा कोई

वतन के दुश्मनों अब -होशियार हो जाओ
तुम्हे मिटाने को —-आए गा सरफिरा कोई

डरा रहे हैं वो बारूद—— को बिछा करके
नहीं है जिनका —-भी इंसां से वास्ता कोई

कमी नहीं है ज़ियालों —की देश में “प्रीतम”
शुरू करेगा अमन का —ये सिलसिला कोई

प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)

212 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं लिखता हूँ जो सोचता हूँ !
मैं लिखता हूँ जो सोचता हूँ !
DrLakshman Jha Parimal
*माना के आज मुश्किल है पर वक्त ही तो है,,
*माना के आज मुश्किल है पर वक्त ही तो है,,
Vicky Purohit
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मुड़े पन्नों वाली किताब
मुड़े पन्नों वाली किताब
Surinder blackpen
ये हक़ीक़त
ये हक़ीक़त
Dr fauzia Naseem shad
श्रमिक
श्रमिक
Neelam Sharma
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
सम पर रहना
सम पर रहना
Punam Pande
बाल कविता: तोता
बाल कविता: तोता
Rajesh Kumar Arjun
मेघ गोरे हुए साँवरे
मेघ गोरे हुए साँवरे
Dr Archana Gupta
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
sushil sarna
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
आराम का हराम होना जरूरी है
आराम का हराम होना जरूरी है
हरवंश हृदय
3227.*पूर्णिका*
3227.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये ज़िंदगी भी गरीबों को सताती है,
ये ज़िंदगी भी गरीबों को सताती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वक्त
वक्त
Madhavi Srivastava
ब्यूटी विद ब्रेन
ब्यूटी विद ब्रेन
Shekhar Chandra Mitra
पाती
पाती
डॉक्टर रागिनी
नाम सुनाता
नाम सुनाता
Nitu Sah
जिंदगी सभी के लिए एक खुली रंगीन किताब है
जिंदगी सभी के लिए एक खुली रंगीन किताब है
Rituraj shivem verma
मै ज़ब 2017 मे फेसबुक पर आया आया था
मै ज़ब 2017 मे फेसबुक पर आया आया था
शेखर सिंह
चर्चित हो जाऊँ
चर्चित हो जाऊँ
संजय कुमार संजू
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
पूर्वार्थ
कू कू करती कोयल
कू कू करती कोयल
Mohan Pandey
वक्त
वक्त
Dinesh Kumar Gangwar
Where have you gone
Where have you gone
VINOD CHAUHAN
मौत के बाज़ार में मारा गया मुझे।
मौत के बाज़ार में मारा गया मुझे।
Phool gufran
"कारवाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
Loading...