Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2018 · 1 min read

ग़ज़ल

——–ग़ज़ल——–

प्यार हो जाए “””” तो मत छुपाया करो
हाले दिल “”””दिलरुबा को बतायाकरो

लाख उँगली “””””””उठाए ज़माना मगर
उसकी गलियों में तुम रोज़ जाया करो

रूठ जाए “”””अगर इश्क़ में हमनशीं
प्यार के गीत”””” गाकर मनाया करो

उसको “”लेकर अगर घूमने जाओ तो
ठेले पर “””””””गोलगप्पे खिलाया करो

गाँव में जब “””””भी मेला लगे ऐ मियाँ
तो हिंडोले में “””” झूला झुलाया करो

मूड अच्छा “”””””””बने मान जाएगी वो
प्यार की कोई “””””मूवी दिखाया करो

प्यार की रीति”””” “प्रीतम” रही है सदा
तुम मनाया “””” करो मान जाया करो

प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)

192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल की दहलीज़ पर जब भी कदम पड़े तेरे।
दिल की दहलीज़ पर जब भी कदम पड़े तेरे।
Phool gufran
अपने लक्ष्य की ओर उठाया हर कदम,
अपने लक्ष्य की ओर उठाया हर कदम,
Dhriti Mishra
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
Shreedhar
नव्य द्वीप
नव्य द्वीप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कीजै अनदेखा अहम,
कीजै अनदेखा अहम,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
■ सारा खेल कमाई का...
■ सारा खेल कमाई का...
*प्रणय प्रभात*
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
Sunil Maheshwari
जब जब मुझको हिचकी आने लगती है।
जब जब मुझको हिचकी आने लगती है।
सत्य कुमार प्रेमी
विश्वास
विश्वास
विजय कुमार अग्रवाल
*डॉ. सुचेत गोइंदी जी : कुछ यादें*
*डॉ. सुचेत गोइंदी जी : कुछ यादें*
Ravi Prakash
“फेसबूक मित्रों की बेरुखी”
“फेसबूक मित्रों की बेरुखी”
DrLakshman Jha Parimal
3191.*पूर्णिका*
3191.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रोशनी का पेड़
रोशनी का पेड़
Kshma Urmila
"उपकार"
Dr. Kishan tandon kranti
बादल
बादल
लक्ष्मी सिंह
माँ स्कंदमाता की कृपा,
माँ स्कंदमाता की कृपा,
Neelam Sharma
🚩एकांत महान
🚩एकांत महान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
Rj Anand Prajapati
माईया गोहराऊँ
माईया गोहराऊँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जी हां मजदूर हूं
जी हां मजदूर हूं
Anamika Tiwari 'annpurna '
तेरे जन्म दिवस पर सजनी
तेरे जन्म दिवस पर सजनी
Satish Srijan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गजल सी रचना
गजल सी रचना
Kanchan Khanna
किताबों से ज्ञान मिलता है
किताबों से ज्ञान मिलता है
Bhupendra Rawat
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
Kanchan Alok Malu
देवो रुष्टे गुरुस्त्राता गुरु रुष्टे न कश्चन:।गुरुस्त्राता ग
देवो रुष्टे गुरुस्त्राता गुरु रुष्टे न कश्चन:।गुरुस्त्राता ग
Shashi kala vyas
अतीत के पन्ने (कविता)
अतीत के पन्ने (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
रिहाई - ग़ज़ल
रिहाई - ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
..........?
..........?
शेखर सिंह
अब किसपे श्रृंगार करूँ
अब किसपे श्रृंगार करूँ
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Loading...