Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

ग़ज़ल 11

वो हैं साहिल पे मगर मौज से डर जाते हैं
हम तो तूफ़ान के अंदर भी उतर जाते हैं

जान दे देते हैं कुछ लोग ज़ुबाँ की ख़ातिर
जिनकी आदत है मुकरने की मुकर जाते हैं

कोई इस राज को अबतक न समझ पाया है
जो चले जाते हैं दुनिया से किधर जाते हैं

रब ने ख़ुशबू के ख़ज़ाने से नवाज़ा लेकिन
एक दिन फूल भी मुरझा के बिखर जाते हैं

सबको ही वक़्त का पाबंद रखा है रब ने
शाम होते ही परिंदे भी तो घर जाते हैं

अपने जज़्बात मैं कागज़ पे उतारूं कैसे
सारे अल्फ़ाज़ यहां आ के बिखर जाते हैं

जो परेशान ‘शिखा’ करते हैं सबको अक्सर
ख़ुद पे आती है मुसीबत तो किधर जाते हैं

273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pallavi Mishra
View all
You may also like:
"नजर से नजर और मेरे हाथ में तेरा हाथ हो ,
Neeraj kumar Soni
श्री राधा मोहन चतुर्वेदी
श्री राधा मोहन चतुर्वेदी
Ravi Prakash
इश्क़ की बात ना कर
इश्क़ की बात ना कर
Atul "Krishn"
"जीवन का गूढ़ रहस्य"
Ajit Kumar "Karn"
वृक्षों की भरमार करो
वृक्षों की भरमार करो
Ritu Asooja
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
Paras Nath Jha
मंद बुद्धि
मंद बुद्धि
Shashi Mahajan
"जीत सको तो"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहे
दोहे
अनिल कुमार निश्छल
काल  अटल संसार में,
काल अटल संसार में,
sushil sarna
दस्तक
दस्तक
Satish Srijan
शीर्षक – ऐ बहती हवाएं
शीर्षक – ऐ बहती हवाएं
Sonam Puneet Dubey
तुम से ना हो पायेगा
तुम से ना हो पायेगा
Gaurav Sharma
तीर्थों का राजा प्रयाग
तीर्थों का राजा प्रयाग
Anamika Tiwari 'annpurna '
सफर 👣जिंदगी का
सफर 👣जिंदगी का
डॉ० रोहित कौशिक
2759. *पूर्णिका*
2759. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
** चीड़ के प्रसून **
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
संवाद होना चाहिए
संवाद होना चाहिए
संजय कुमार संजू
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सत्य
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🙅आज का सवाल🙅
🙅आज का सवाल🙅
*प्रणय*
शिक्षक सभी है जो उनको करते नमन
शिक्षक सभी है जो उनको करते नमन
Seema gupta,Alwar
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
अपने देश की अलग एक पहचान है,
अपने देश की अलग एक पहचान है,
Suraj kushwaha
बरखा रानी तू कयामत है ...
बरखा रानी तू कयामत है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
हर-सम्त शोर है बरपा,
हर-सम्त शोर है बरपा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चल रही हूँ मैं ,
चल रही हूँ मैं ,
Manisha Wandhare
हर क्षण का
हर क्षण का
Dr fauzia Naseem shad
Loading...