Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

ग़ज़ल 11

वो हैं साहिल पे मगर मौज से डर जाते हैं
हम तो तूफ़ान के अंदर भी उतर जाते हैं

जान दे देते हैं कुछ लोग ज़ुबाँ की ख़ातिर
जिनकी आदत है मुकरने की मुकर जाते हैं

कोई इस राज को अबतक न समझ पाया है
जो चले जाते हैं दुनिया से किधर जाते हैं

रब ने ख़ुशबू के ख़ज़ाने से नवाज़ा लेकिन
एक दिन फूल भी मुरझा के बिखर जाते हैं

सबको ही वक़्त का पाबंद रखा है रब ने
शाम होते ही परिंदे भी तो घर जाते हैं

अपने जज़्बात मैं कागज़ पे उतारूं कैसे
सारे अल्फ़ाज़ यहां आ के बिखर जाते हैं

जो परेशान ‘शिखा’ करते हैं सबको अक्सर
ख़ुद पे आती है मुसीबत तो किधर जाते हैं

289 Views
Books from Pallavi Mishra
View all

You may also like these posts

इश्क चाँद पर जाया करता है
इश्क चाँद पर जाया करता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ह्रदय की स्थिति की
ह्रदय की स्थिति की
Dr fauzia Naseem shad
हर दिल में प्यार है
हर दिल में प्यार है
Surinder blackpen
संवाद होना चाहिए
संवाद होना चाहिए
संजय कुमार संजू
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Kunal Kanth
*इन तीन पर कायम रहो*
*इन तीन पर कायम रहो*
Dushyant Kumar
शक्ति प्रसूता
शक्ति प्रसूता
Dr.Pratibha Prakash
पहला खत
पहला खत
Mamta Rani
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
जिन्दगी के कुछ लम्हें अनमोल बन जाते हैं,
जिन्दगी के कुछ लम्हें अनमोल बन जाते हैं,
शेखर सिंह
#समझ_लें
#समझ_लें
*प्रणय*
सारे ही चेहरे कातिल है।
सारे ही चेहरे कातिल है।
Taj Mohammad
*कभी  प्यार में  कोई तिजारत ना हो*
*कभी प्यार में कोई तिजारत ना हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन
ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन
इशरत हिदायत ख़ान
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
Shutisha Rajput
अरुणोदय
अरुणोदय
Manju Singh
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
Keshav kishor Kumar
तेरी तस्वीर देखकर
तेरी तस्वीर देखकर
Dr.sima
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
Raju Gajbhiye
3726.💐 *पूर्णिका* 💐
3726.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" इम्तिहां "
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ0 रामबली मिश्र:व्यक्तित्व एवं कृतित्व
डॉ0 रामबली मिश्र:व्यक्तित्व एवं कृतित्व
Rambali Mishra
सवाल और जिंदगी
सवाल और जिंदगी
पूर्वार्थ
बचपन
बचपन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कविता
कविता
Kavi Ramesh trivedi
आदमी कुछ अलग से हैं
आदमी कुछ अलग से हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
साँस-साँस में घुला जहर है।
साँस-साँस में घुला जहर है।
Poonam gupta
मंजिल की तलाश
मंजिल की तलाश
Deepali Kalra
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
Er.Navaneet R Shandily
मीठी वाणी
मीठी वाणी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Loading...