Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2021 · 1 min read

गलियां मेरे गांव की…

वो टेडी – मेडी
तंगहाल सी,
उथली पुथली और,
कीचड़ से भरी
वही नालियां मुझको याद बहुत आती हैं ।

किसी तरह से
निकल पाते हैं,
जब बरसात के,
दिन आ आते हैं तो,
पौखर में नहाने की यादें ताजा हो जाती हैं ।

जिन गलियों में,
मैं खेला था,
जहां अनगिनत मेरे,
मित्रों का रेला था ।
फ़िर उनसे बिछुड़ने की यादें रुलाती हैं ।

वो नीम का पेड़,
जिसपे कभी मैं खेला था,
ख़ूब थकाया मित्रों ने,
जब हद से ज्यादा पेला था ।
उसे याद करके मेरी आंखें भर आती हैं ।

जब भी कभी – कभी हम,
आपस में लड़ लेते थे,
बिना संग मित्रों के,
इक पल भी नहीं रहते थे,
लेकिन अब वो लड़ाई याद आती हैं ।

Language: Hindi
1 Like · 428 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
आज मैया के दर्शन करेंगे
आज मैया के दर्शन करेंगे
Neeraj Mishra " नीर "
समय को पकड़ो मत,
समय को पकड़ो मत,
Vandna Thakur
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
Rj Anand Prajapati
हमारा देश
हमारा देश
SHAMA PARVEEN
i always ask myself to be worthy of things, of the things th
i always ask myself to be worthy of things, of the things th
पूर्वार्थ
"दीप जले"
Shashi kala vyas
खुद को सही और
खुद को सही और
shabina. Naaz
"संगम स्थली दंतेवाड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
*कुछ चमत्कार कब होता है, कब अनहोनी कोई होती (राधेश्यामी छंद
*कुछ चमत्कार कब होता है, कब अनहोनी कोई होती (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
कर्म पथ पर
कर्म पथ पर
surenderpal vaidya
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
Brijpal Singh
*जी लो ये पल*
*जी लो ये पल*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शुभारंभ करें
शुभारंभ करें
Namita Gupta
हिंदी से स्वराष्ट्र की
हिंदी से स्वराष्ट्र की
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
अभिनव छंद
अभिनव छंद
Rambali Mishra
कब जुड़ता है टूट कर,
कब जुड़ता है टूट कर,
sushil sarna
मन
मन
MEENU SHARMA
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
कवि रमेशराज
छत्रपति वीर शिवाजी।
छत्रपति वीर शिवाजी।
Sonit Parjapati
आचार्या पूनम RM एस्ट्रोसेज
आचार्या पूनम RM एस्ट्रोसेज
कवि कृष्णा बेदर्दी 💔
जब दिल ही उससे जा लगा..!
जब दिल ही उससे जा लगा..!
SPK Sachin Lodhi
23/203. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/203. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ख़ाली हाथ
ख़ाली हाथ
Shashi Mahajan
*खुद को  खुदा  समझते लोग हैँ*
*खुद को खुदा समझते लोग हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
Dr.sima
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
VEDANTA PATEL
..
..
*प्रणय*
जो सरकार धर्म और जाति को लेकर बनी हो मंदिर और मस्जिद की बात
जो सरकार धर्म और जाति को लेकर बनी हो मंदिर और मस्जिद की बात
Jogendar singh
Sir very very good story that give a best moral.
Sir very very good story that give a best moral.
Rajan Sharma
Loading...