गर आपने हमसे दो पल बात कर ली होती
आपकी हमसे सब शिकायतें मिट गयीं होतीं,
गर आपने हमसे दो पल बात कर ली होती।
हज़ारों रिश्ते टूट जाते हैं सिर्फ इतनी बात पर दुनिया में,
ज़ुबाँ पर नहीं आ पाती वो बातें जो चुभती हैं दिलों में।
आपने जो इल्ज़ाम लगा दिया हम पर दिल तोड़ने का,
एक मौका तो दिया होता अपनी नाराज़गियों को मोड़ने का।
नज़रें यूँ मोड़ लेने से रिश्ते टूट नहीं जाते,
ये दिलों के नाते हैं आसानी से छूट नहीं जाते।
वो पल जो साथ बिताए आप भुला नहीं पाएंगे,
हमें तो यकीन है आप लौट कर आएंगे।
भले कर लीजिये जितने शिकवे करने हैं,
जब भी नज़रें मिलाएंगे सारे ही तो मिटने हैं।
आज नहीं तो कल आपको पास बुला लेंगे हम,
आपकी सभी शिकायतों को मिटा देंगे हम।
दिल तो आपका भी चाहता है हमसे मिलने को,
पर बाग का हर फूल समय लेता है खिलने को।
आपसे कह तो आये थे कि आपको भुलायेंगे हम,
पर हर सांस के साथ आपको बुलाएँगे हम।
—————-शैंकी भाटिया
जून 15, 2016