गर्व है हमें है हम भारत वासी
गर्व है हमें है हम भारत वासी, भारत हमारी शान है,
जन्म लिया जो पावन भूमि पर, ईश्वर तेरा वरदान है।
सत्य, निष्ठा और अपनापन,यही हमारी है पहचान,
पावन धरती, पावन मिट्टी, पावन यहां के लोग, है हमारा अभिमान।
दर्द दे किसी को और सुकून पा जाये हम वैसे इंसान तो नहीं,
चोट देकर किसी को फिर मुस्कुरा जाये हम वैसे इंसान तो नहीं।
दिल दुखा कर किसी का फिर खिलखिला जाये हम वैसे इंसान तो नहीं,
फरेब करे किसी से सच का गुणगान गा जाये हम वैसे इंसान तो नहीं।
पत्थर दिल है नहीं और खुद को मोम सा दिखलाएं हम वैसे इंसान तो नहीं,
बेईमानी का पाठ पढ़ें और बड़बोले का नाम कर जाये हम वैसे इंसान तो नहीं।
करें कत्ल की साज़िश और ख़ुदाइ का स्वांग रचाए हम वैसे इंसान तो नहीं,
पाप की चादर ओढ़ कर गंगा की धारा बहाएं हम वैसे इंसान तो नहीं।
छल, कपट आता नहीं है, ना करना आता पीठ पर वार,
पर इतना आसान भी नहीं है,सहते रहे हम गैरों का अत्याचार।
हम तो हैं मिट्टी के रखवाले, मिट्टी की खातिर जान भी कुर्बान,
देश हमारी शान है, मिट्टी हमारी जान है, तिरंगा हमारा है अभिमान।
देश की खातिर मिट्टी में मिल जाएं, इससे बढ़कर क्या मिलेगा सम्मान,
धन्य धन्य हे मातृभूमि हमारी, है बार बार तुम्हें कोटि कोटि प्रणाम।