* गर्व ना करे **
* गर्व ना करे **
* घमण्ड * (अध्यात्म)
धन का गर्व नही करना नश्वर तन का न गर्व क्ररे |
परमार्थ करे जगत मे पुण्य कार्य निस्वार्थ करे|| टेक||
होगा खर्च जमा किया धन तन होगा जलकर राख,
चार दिनों तक शोक मनेगा जीवन मे रख्खा खाक |
किर्ती तेरी साथ चलेगी होगी प्रशंसा तेरे मरे ||1||
चोर चुरा ले जाये धन को तन को व्याधि खायेगी ,
आसा तृष्णा साथ चलेगी पकड़ कभी नही आयेगी |
बटवारा नही कर्मो का बढ़ता रहे यश धिरे धिरे||2||
झुठे होगे रिश्ते नाते मरघट तक सब जायेंगे,
यह दस्तूर बना है जग का इसे सभी निभायेंगे |
युग युगों तक पुण्य चलेगा परमार्थ कार्य करे ||3||
परहित कार्य करे जग माहि पुण्य कर्म निस्वार्थ करे ||