Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2023 · 1 min read

*गर्मी की छुट्टियॉं (बाल कविता)*

गर्मी की छुट्टियॉं (बाल कविता)

गर्मी में नानी घर जाते
नाना-नानी प्यार जताते
वहॉं मिलेंगी मौसी प्यारी
पौधों की सुंदर फुलवारी
छुट्टी बीती घर जाऍंगे
छुट्टी होगी फिर आऍंगे

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

730 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
" जब तक आप लोग पढोगे नहीं, तो जानोगे कैसे,
शेखर सिंह
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
कवि रमेशराज
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अंधेरे में दिया जलाया
अंधेरे में दिया जलाया
Sunil Maheshwari
*नववर्ष*
*नववर्ष*
Dr. Priya Gupta
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"घर बनाने के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
गुरु हो साथ तो मंजिल अधूरा हो नही सकता
गुरु हो साथ तो मंजिल अधूरा हो नही सकता
Diwakar Mahto
अधूरा प्रेम
अधूरा प्रेम
Mangilal 713
काश.......
काश.......
Faiza Tasleem
.
.
*प्रणय*
ब्यूटी विद ब्रेन
ब्यूटी विद ब्रेन
Shekhar Chandra Mitra
चार दिन गायब होकर देख लीजिए,
चार दिन गायब होकर देख लीजिए,
पूर्वार्थ
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
विकास शुक्ल
टूटी बटन
टूटी बटन
Awadhesh Singh
नशा त्याग दो
नशा त्याग दो
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
मज़दूर कर रहे काम, कोयलों की खानों में,
मज़दूर कर रहे काम, कोयलों की खानों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रकृति की पुकार
प्रकृति की पुकार
AMRESH KUMAR VERMA
नहीं-नहीं प्रिये
नहीं-नहीं प्रिये
Pratibha Pandey
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
Shweta Soni
विजयी
विजयी
Raju Gajbhiye
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
Kanchan Alok Malu
*एक जन्म में जाने कितने, हमने जन्म जिए हैं (हिंदी गजल)*
*एक जन्म में जाने कितने, हमने जन्म जिए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
मुहब्बत नहीं है आज
मुहब्बत नहीं है आज
Tariq Azeem Tanha
याद  करने  पर याद  करता  है ,
याद करने पर याद करता है ,
Dr fauzia Naseem shad
Loading...