Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2024 · 1 min read

गरीबी

मोहताज जिंदगी बड़ी दुखद होती है। गरीबी अभिश्राप सी है,जीवन के लिए।
दयनीय जीवन संघर्ष हरेक पल ।
ढोते हैं जिंदगी लाचार बोझ की तरह । आहत करती है गरीबी। तन-मन-जीवन बोझिल, जीवन बेहाल -फटेहाल करती है गरीबी। आहत करती है गरीबी।

Language: Hindi
81 Views

You may also like these posts

विजय कराने मानवता की
विजय कराने मानवता की
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर  टूटा है
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर टूटा है
कृष्णकांत गुर्जर
हक़ीक़त ये अपनी जगह है
हक़ीक़त ये अपनी जगह है
Dr fauzia Naseem shad
श्री गणेश
श्री गणेश
विशाल शुक्ल
আল্লা আছেন তার প্রমাণ আছে
আল্লা আছেন তার প্রমাণ আছে
Arghyadeep Chakraborty
■ ताज़ा शेर ■
■ ताज़ा शेर ■
*प्रणय*
अल्फाज (कविता)
अल्फाज (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
Kirtika Namdev
रास्ते का फूल ना बन पाई तो..
रास्ते का फूल ना बन पाई तो..
Priya Maithil
आज़ादी की शर्त
आज़ादी की शर्त
Dr. Rajeev Jain
नव संवत्सर आया
नव संवत्सर आया
Seema gupta,Alwar
ऐसा निराला था बचपन
ऐसा निराला था बचपन
Chitra Bisht
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Shikha Mishra
4550.*पूर्णिका*
4550.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बिखर गए जो प्रेम के मोती,
बिखर गए जो प्रेम के मोती,
rubichetanshukla 781
नरेंद्र
नरेंद्र
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सपने का सफर और संघर्ष आपकी मैटेरियल process  and अच्छे resou
सपने का सफर और संघर्ष आपकी मैटेरियल process and अच्छे resou
पूर्वार्थ
रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
_सुलेखा.
गर्व और दंभ
गर्व और दंभ
Sanjay ' शून्य'
आओ बौंड बौंड खेलें!
आओ बौंड बौंड खेलें!
Jaikrishan Uniyal
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
"मन की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
निरोगी काया
निरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मन के सारे भाव हैं,
मन के सारे भाव हैं,
sushil sarna
कविता
कविता
Rambali Mishra
उदासी की चादर
उदासी की चादर
Phool gufran
" ग़ज़ल "
Pushpraj Anant
कैसे एतबार करें।
कैसे एतबार करें।
Kumar Kalhans
भूली-बिसरी यादें
भूली-बिसरी यादें
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
Loading...