Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2024 · 1 min read

गरीबी

शीर्षक – गरीबी
*************
हम सब को मालूम गरीबी होती हैं।
धन शोहरत और हम सभी होते हैं।
जिंदगी गुज़र बसर करते गरीबी है।
बस हमारे साथ धन संपत्ति नहीं है।
गरीबी न कोई रास्ता कर्म अपना हैं।
कुदरत और प्रकृति के साथ हम हैं।
भाग्य पुरुषार्थ गरीबी दूर करता हैं।
आज नहीं कल बरसों में भी हम हैं।
सच और सोच हमारी अपनी होती हैं।
गरीबी बस हमारे जीवन कर्म फल हैं।
किस्मत के बदलते देर नहीं लगती हैं।
हां हमारे साथ मेहनत का नाम होता हैं।
गरीबी सच हमारी सोच और समझ होती हैं।
****************************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
1 Like · 154 Views

You may also like these posts

मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
VINOD CHAUHAN
आजकल के परिवारिक माहौल
आजकल के परिवारिक माहौल
पूर्वार्थ
जनहरण घनाक्षरी
जनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
डर  ....
डर ....
sushil sarna
घाव
घाव
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
*गर्मी पर दोहा*
*गर्मी पर दोहा*
Dushyant Kumar
4024.💐 *पूर्णिका* 💐
4024.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जीवन संगीत
जीवन संगीत
Shyam Sundar Subramanian
बेटी - एक वरदान
बेटी - एक वरदान
Savitri Dhayal
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
राम प्यारे हनुमान रे।
राम प्यारे हनुमान रे।
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
रंग जीवन के
रंग जीवन के
kumar Deepak "Mani"
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
रुपेश कुमार
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
*सुबह हुई तो गए काम पर, जब लौटे तो रात थी (गीत)*
*सुबह हुई तो गए काम पर, जब लौटे तो रात थी (गीत)*
Ravi Prakash
वक्त गुजर जायेगा
वक्त गुजर जायेगा
Sonu sugandh
शिव ही सत्य
शिव ही सत्य
Rajesh Kumar Kaurav
मुस्कान
मुस्कान
seema sharma
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
दर्द का फलसफा
दर्द का फलसफा "
Dr. Kishan tandon kranti
यूं अपनी जुल्फों को संवारा ना करो,
यूं अपनी जुल्फों को संवारा ना करो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Team India
Team India
Aruna Dogra Sharma
वो नींदें उड़ाकर दगा कर रहे हैं।
वो नींदें उड़ाकर दगा कर रहे हैं।
Phool gufran
यादें जो याद रह जाती है
यादें जो याद रह जाती है
Dr fauzia Naseem shad
भीतर तू निहारा कर
भीतर तू निहारा कर
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
सरदार भगतसिंह
सरदार भगतसिंह
Dr Archana Gupta
बंसी और राधिका कहां हो तुम?
बंसी और राधिका कहां हो तुम?
Ankita Patel
#गम ही मेरा साया
#गम ही मेरा साया
Radheshyam Khatik
रावण का आग्रह
रावण का आग्रह
Sudhir srivastava
कहते है ये
कहते है ये
manjula chauhan
Loading...