गम मुझे दे के सभी मेरी ख़ुशी तू रख ले
गम मुझे दे के सभी मेरी ख़ुशी तू रख ले
खार दे दे मुझे तू फूल की खुशबू रख ले
देखना प्यार का पलड़ा मेरा भारी होगा
हो न विश्वास तो आंखों में तराजू रख ले
राज खुल जाएंगे बरसों से दबे जो दिल में
आंसुओं पे भी ज़रा अपने तू काबू रख ले
हो नहीं सकता मेरे होते यहाँ ये मुमकिन
एक पल को भी जो आंखों में तू आँसू रख ले
रात हो काली न सूझे तुझे रस्ता कोई
हौसला देंगे यही, हाथ में जुगनू रख ले
ज़िन्दगी देखना ये तेरी सँवर जाएगी
छोड़ नफरत को तू बस प्यार की खुशबू रख ले
कामनाएं तेरी सब ‘अर्चना’ पूरी होंगी
मन में विश्वास का सबसे बड़ा जादू रख ले
ग़ज़ल421
08-07-2017
डॉ अर्चना गुप्ता