गदरल जबानी (आईटम सांग)
हे छल छल छलकैयैए हमर जबानी
किए बैसल छी यौ राजा अहाँ दूर
अंग अंग हमर महुआ टपके
हमर लटक झटक खूब रसदार..
गरदल जबानी हम अहीं पर लुटा देबै
अहीं के अपन सजना हम बना लेबै
आऊ नै यौ राजा जी हमरा उठा लियअ कोरा
लुटू मजा रसगर जबानी अहीं के पिआ देब..
जौबन हमर छै भरल रसदार यौ
मुस्कीया देबै अहाँ लहरदार यौ
अहीं लै सजल छी होट लाली हमर चटकार
छलकैत जौबन हम अहीं पर लुटा देबै
आब नै समरैहयै हमर जबानी
आऊ हमरा अंग लगाबू
बना लियअ नबका प्रेम कहानी
ई सुंदर जौबन हम अहीं पर लुटा देबै.
पियासल यै हमर छलकैत जबानी
टप टप चूबैयै अहूँके जी स पानी
देरी नै करू राजा जल्दी कोरा उठा लियअ
चूइम लियअ सबटा हमर रसगर जबानी.
ई गदरल जबानी अहीं पर हम लुटा देबै
अहाँ दुआरे लाेक लाज बिसरा देबै
अहाँ लुटू भैर मोन मजा यौ सजन
छलकैत जौबन अहीं के हम पिआ देबै..
गीतकार- किशन कारीगर
(मूल नाम- डाॅ. कृष्ण कुमार राय)
(©काॅपीराईट)