गणपति महाराज
प्रथम पूज्य देव विघ्न विनाशक श्री गणेशाय महाराज नमः
शंकर सुत ग़ौरी नन्दन सफल सिद्ध हर काज करते महाराज
विद्या बुद्धि के अतुल धाम माता पिता के चरणों में माने सब धाम
बुद्धि परिचायक चतुर्थी तिथि में चन्द्रमा आपके मस्तक का ताज
एकदंत दयावंत लम्बोदर गजानन सब नाम से जाने जाते आप
रिद्धि सिद्धि के स्वामी सब जग को अतिप्रिय महाराज
मोदक है प्रिय आपको मूषक सवारी करते महाराज
माता के द्वार पाल बने तब से कहाये आप गजानन महाराज
नेहा
खैरथल अलवर (राजस्थान)