Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2020 · 1 min read

गणपति बैठो जन गण मन में

गणपति बैठो जन गण मन में, दुनिया के जन-जन में
शुद्ध बुद्धि सबकी हो जाए, सुख शांति बड़े जीवन में
गणपति वैठो जन गण मन में,
छाए हैं आतंक के बादल, मार रहे नर नारी
जन जन का मंगल हो जाए, खुश हो दुनिया सारी
दसों दिशाएं प्रेम से महकें, प्रेम बड़े जन-जन में
गणपति बैठो जनगण मन में,
नहीं धर्म का भेद रहे ,जाति वर्ग की सीमाएं हट जाएं
सारी धरती पर मानवता विश्वास जगाएं
बैठ जाओ जन गण में, गणपति बैठो जन के मन में
दुनिया के जन गण में, गणपति बैठो जन के मन में

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 264 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

प्रश्न चिन्ह
प्रश्न चिन्ह
श्रीहर्ष आचार्य
"वक्त-वक्त की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
शराब का इतिहास
शराब का इतिहास
कवि आलम सिंह गुर्जर
हम सीवान के लड़के हैं
हम सीवान के लड़के हैं
Nitu Sah
2543.पूर्णिका
2543.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जीभ/जिह्वा
जीभ/जिह्वा
लक्ष्मी सिंह
औरत अपनी दामन का दाग मिटाते मिटाते ख़ुद मिट जाती है,
औरत अपनी दामन का दाग मिटाते मिटाते ख़ुद मिट जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
कवि दीपक बवेजा
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
நீ இல்லை
நீ இல்லை
Otteri Selvakumar
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
Dhirendra Singh
मोबाईल
मोबाईल
Mansi Kadam
मेरी #आज_सुबह_की_कमाई ....😊
मेरी #आज_सुबह_की_कमाई ....😊
करन ''केसरा''
छत्रपति शिवाजी महाराज
छत्रपति शिवाजी महाराज
Sachin patel
ना देखा कोई मुहूर्त,
ना देखा कोई मुहूर्त,
आचार्य वृन्दान्त
वक्त ही सबसे बड़ा गुरु
वक्त ही सबसे बड़ा गुरु
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Kunal Kanth
जाने वाले साल को सलाम ,
जाने वाले साल को सलाम ,
Dr. Man Mohan Krishna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
आखरी मुलाकात
आखरी मुलाकात
पूर्वार्थ
कविता -
कविता -
Mahendra Narayan
कदम भले थक जाएं,
कदम भले थक जाएं,
Sunil Maheshwari
निश्छल प्रेम
निश्छल प्रेम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मोहब्बत में इतना सताया है तूने।
मोहब्बत में इतना सताया है तूने।
Phool gufran
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
प्रकृति और मानव
प्रकृति और मानव
Rahul Singh
अधूरी मोहब्बत की कशिश में है...!!!!
अधूरी मोहब्बत की कशिश में है...!!!!
Jyoti Khari
#कौन_देगा_जवाब??
#कौन_देगा_जवाब??
*प्रणय*
Loading...