गज़ल
चाहतें दिल में उठते तूफा कई मुकम्मल मुकाम जहां कि हस्ती हद से गुजर जाने का जुनून!!नज़रों से दिल में उतरती हुस्न कि अदा दौलत का तिलिस्म अंदाज़ का सुरूर है चाहत!!
अरमां कि चाहतों में जिन्दगी गुजर गई बचपन कि चाहत चाँद आज भी जिन्दगी कि चाहत !!चाहतों के कई नाम दीवाना, दानिश, आसमान में उड़ता परवाज़ परिंदा, मैखाने पैमाने का परवाना, नशा जिंदगी अरमां कि चाहत!!
चाँद का दिल से रिश्ता दिल के आईने में चाँद कि चाहत !!
ख्वाब कि ख्वाहिश चाहत कि दुनियाँ लम्हा लम्हा ख्वाब जज्बे कि जहां चाहत!!
कभी नज़र का धोखा चाहत, बेवफा कि चोट से घायल दर्द कि दुआ, दवा कि तलाश में एक और बेवफा कि चाहत!!
NLM TRIPATHI (पीताम्बर)