Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2016 · 1 min read

गजल

प्रेम तेरा फले दुआ भी दो
प्यार के रोग की दवा भी दो

याद तेरी भुला नहीं पाऊँ
रोग में आप यह सजा भी दो

आ चुकी हूँ गिरफ्त में तेरी
साथ मेरा निभा वफा भी दो

बात मेरी करे सभी पूरी
प्रेम के वेष में खुदा भी दो

प्रेम में हो गई दिवानी मैं
बन खुदा आज तुम नफा भी दो

बीत पाये न रैन दुख की अब
तुम गले से लगा हसा भी दो

चाँद बैचेन देखने को है
चेहरे को जरा दिखा भी दो

आज दुल्हन नयी नवेली हूँ
आप घूँघट जरा हटा भी दो

साँस मेरी हरेक तेरे में
रोज साँसे मुझे दिला भी दो

हूँ अनाडी अभी इश्क में मैं
प्रेम का पाठ अब पढा भी दो

प्यार में आपके पगी हूँ मैं
प्यार का वो मुझे सिला भी दो

होश खोये पता न क्यों मेरे
जाम में मधु मिला पिला भी दो

☀☀☀☀☀डॉ मधु त्रिवेदी ☀☀☀☀☀

71 Likes · 1 Comment · 544 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
$úDhÁ MãÚ₹Yá
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
■ लघुकथा / रेल की खिड़की
■ लघुकथा / रेल की खिड़की
*Author प्रणय प्रभात*
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
जिंदगी
जिंदगी
sushil sarna
"ईमानदारी"
Dr. Kishan tandon kranti
*हिन्दी बिषय- घटना*
*हिन्दी बिषय- घटना*
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गिरता है धीरे धीरे इंसान
गिरता है धीरे धीरे इंसान
Sanjay ' शून्य'
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
……..नाच उठी एकाकी काया
……..नाच उठी एकाकी काया
Rekha Drolia
वे वजह हम ने तमीज सीखी .
वे वजह हम ने तमीज सीखी .
Sandeep Mishra
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ।
आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
नज़्म
नज़्म
Shiva Awasthi
जिस बस्ती मेंआग लगी है
जिस बस्ती मेंआग लगी है
Mahendra Narayan
International  Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
घमंड
घमंड
Ranjeet kumar patre
दर्द अपना है
दर्द अपना है
Dr fauzia Naseem shad
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
2845.*पूर्णिका*
2845.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
Phool gufran
Sometimes we feel like a colourless wall,
Sometimes we feel like a colourless wall,
Sakshi Tripathi
रामकली की दिवाली
रामकली की दिवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक बार हीं
एक बार हीं
Shweta Soni
कंठ तक जल में गड़ा, पर मुस्कुराता है कमल ।
कंठ तक जल में गड़ा, पर मुस्कुराता है कमल ।
Satyaveer vaishnav
मेरी …….
मेरी …….
Sangeeta Beniwal
ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो हर एक के लहु में
ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो हर एक के लहु में
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बाबू जी
बाबू जी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...