Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2017 · 1 min read

गजल

बहर १२२२ १२२२ १२२२ १२२२
काफिया ई
रदीफ मालूम होती है
गजल
नदी बरसो यहॉ कोई बही मालूम होती है
सुनी थी जो कहानी, अब सही मालूम होती है

है जिंदा खुशबुएँ अब तलक दीवारो मे महलो की
मिरी जॉ ,वो यहॉ सदियो रही मालूम होती है

बिठा लाकर कभी उसको भी पहलू मे खुशबुऔ की
ये रंजो गम की दीवारे ढही मालूम होती है

कहा किसने, दिलो को तोड तू ,छिपके चली जा अब
जहॉ देखूँ वही मुझको खडी मालूम होती है

पली नाजो,हँसी रातो,खिली फूलो सी वो बेटी
मुझे तो कोई खुबसूरत परी मालूम होती है

गिरा अश्कों को यों ना वंदना पलको से रातोदिन
हँसी अनमोल मोती की लडी मालूम होती है
वंदना मोदी गोयल

512 Views

You may also like these posts

प्रेम क्या है?
प्रेम क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
I was happy
I was happy
VINOD CHAUHAN
चिन्ता करू या चिन्तन क्योंकि
चिन्ता करू या चिन्तन क्योंकि
ललकार भारद्वाज
यूं ही नहीं मिल जाती मंजिल,
यूं ही नहीं मिल जाती मंजिल,
Sunil Maheshwari
गाय को पता नहीं/ प्रसिद्ध व्यंग्यकार और कवि विष्णु नागर की कविता
गाय को पता नहीं/ प्रसिद्ध व्यंग्यकार और कवि विष्णु नागर की कविता
Dr MusafiR BaithA
"खामोशी की गहराईयों में"
Pushpraj Anant
अब...
अब...
हिमांशु Kulshrestha
*आए लंका जीत कर, नगर अयोध्या-धाम(कुंडलिया)*
*आए लंका जीत कर, नगर अयोध्या-धाम(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
वादे निभाने की हिम्मत नहीं है यहां हर किसी में,
वादे निभाने की हिम्मत नहीं है यहां हर किसी में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
समाधान
समाधान
Sudhir srivastava
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
Harminder Kaur
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तुम आओगे इक दिन इसी उम्मीद में हम दर को देखते हैं,
तुम आओगे इक दिन इसी उम्मीद में हम दर को देखते हैं,
Jyoti Roshni
*संन्यासी (शुभांगी छंद )*
*संन्यासी (शुभांगी छंद )*
Rambali Mishra
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
Jp yathesht
अध्यापक दिवस
अध्यापक दिवस
SATPAL CHAUHAN
19. चमचे
19. चमचे
Lalni Bhardwaj
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
लौह पुरुष - दीपक नीलपदम्
लौह पुरुष - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
Shweta Soni
बदरा बरसे
बदरा बरसे
Dr. Kishan tandon kranti
क्यों हादसों  से खौफज़दा हो
क्यों हादसों से खौफज़दा हो
Chitra Bisht
शिवरात्रि
शिवरात्रि
Madhu Shah
चलो   बहें   सनातनी  सुपंथ  के  बयार  में।
चलो बहें सनातनी सुपंथ के बयार में।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एक रिश्ता शुरू हुआ और तेरी मेरी कहानी बनी
एक रिश्ता शुरू हुआ और तेरी मेरी कहानी बनी
Rekha khichi
कुली
कुली
Mukta Rashmi
जुस्तज़ू के किनारे
जुस्तज़ू के किनारे
Vivek Pandey
Loading...