#दोहे//मानव शक्तिशाली है कमज़ोर नहीं
गिरके उठना सीख लो , मानों मत तुम हार।
लहरों से ही जूझकर , नाव लगेगी पार।।
कोई कुछ कहता रहे , चिंता करना छोड़।
ध्यान लक्ष्य पर दे सदा , आयें कितने मोड़।।
अवसर मिलते ही रहें , होना नहीं उदास।
पाँच गेंद खाली गयी , छक्का षट उल्लास।।
मायूसी दे दर्द ही , होना मत मायूस।
कमल पंक में ज्यों हँसे , कर ऐसा महसूस।।
आशा-दामन छोड़ मत , करते रहो प्रयास।
सफल एक दिन बन सको , लिए जीत अहसास।।
बादल में ज्यों जल भरा , ख़ुशबू लिए गुलाब।
मनुज शक्तियाँ यूँ लिए , जाग जगा ले ख़्वाब।।
#आर.एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित दोहे