ख्वाहिश
नज़रों की प्यास है,
तुझे देखने की आस है।
दूरियां नज़दीकियां बन जाएं,
आज चाह यही राहों की भी है।
दिल की धड़कनें बेताब हैं,
यह शोर आज़ बादलों में भी है।
चलो मिलकर भीगें एक साथ,
ख्वाहिश आज़ यह बारिशों की भी है।
हर मंज़र में अक्स तेरा,
बस तेरे आने का सबब बन जाए।
आज़ मौसम दीवाना बहुत है,
अरमान तेरी बाहों में पिघलने का है।