ख्वाब
शोर मचाता रहता है दिल
बस तुम्हारे ख्यालों में
डूबा रहता है दिन और रातों में
क्या तुमको भी अहसास हुआ है
जिस तरह मुझे आजकल हो रहा है।
शोर मचाता रहता है दिल…
तुम्हारे शिवा कुछ भा नहीं रहा है
ख्यालों में बस ऐसे डूबा जा रहा है
अब इसको ना फिकर है जमाने की
जैसे मछली को लगाव हो पानी से
शोर मचाता रहता है दिल…
तुम्हारे पास होने का अहसास हो रहा है
जैसे बैठी थी पास वो याद आ रहा है
तुम बस आ जाओ एक बार ख्वाबों में
बस अब तुम्हारा मिलना बहुत जरूरी है
शोर मचाता रहता है दिल…