ख्वाब पूरे होते हैं पर
जमीन पर था तो
आसमान की चाह थी
आसमान पर जमीन की
फिर जमीन पर पानी की
पानी में हवा की
ख्वाबों को पूरा करने का सिलसिला कहीं थम
नहीं रहा था
ख्वाब यकीनन पूरे होते हैं पर आहिस्ता आहिस्ता।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001