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22 Feb 2022 · 1 min read

ख्वाब पूरे होते हैं पर

जमीन पर था तो
आसमान की चाह थी
आसमान पर जमीन की
फिर जमीन पर पानी की
पानी में हवा की
ख्वाबों को पूरा करने का सिलसिला कहीं थम
नहीं रहा था
ख्वाब यकीनन पूरे होते हैं पर आहिस्ता आहिस्ता।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
229 Views
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