Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2021 · 1 min read

खोया प्यार

तुम देखते थे जब मुझको
दुनिया हसीन लगती थी
बस तुझे पाने की उम्मीद में
मेरी जिंदगी ये चलती थी।।

कहां खो गये हो तुम अब
आंखें देखने को तरसती है
रोता हूं चुपके से मैं अब
जब ये बारिश बरसती है।।

ज़माने से तो छुपा लेता हूं आसूं
अपने दिल को मैं कैसे समझाऊं
बहुत हुआ अब दिल करता है मेरा
हवा बनकर मैं तुमसे मिलने आऊं।।

आऊंगा कैसे मैं मिलने तुम्हें
जानता ही नहीं हो कहां तुम
हवा में भी ताज़गी नहीं रही
जानेमन जबसे तुम हुए हो गुम।।

ज़िंदगी रुक गई है मेरी
याद आती है बस तेरी
मिल जाए अब तू अगर
जिंदगी संवर जाएगी मेरी।।

आस में पाने की तुम्हें मैं अब जी रहा
विरह में तेरे अब आंसू मैं बहा रहा
गुलज़ार हो रही आज मेरी जिंदगी फिर
सनम मेरा आज मुझसे मिलने आ रहा।।

Language: Hindi
8 Likes · 1 Comment · 488 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
ज़िंदगी का नशा
ज़िंदगी का नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
क्यूँ ये मन फाग के राग में हो जाता है मगन
क्यूँ ये मन फाग के राग में हो जाता है मगन
Atul "Krishn"
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
■ समयोचित सलाह
■ समयोचित सलाह
*Author प्रणय प्रभात*
आज
आज
Shyam Sundar Subramanian
कविता
कविता
Rambali Mishra
खालीपन
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे आप मन में भी उतर सकते हैं और मन से
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे आप मन में भी उतर सकते हैं और मन से
Ranjeet kumar patre
चलो कहीं दूर जाएँ हम, यहाँ हमें जी नहीं लगता !
चलो कहीं दूर जाएँ हम, यहाँ हमें जी नहीं लगता !
DrLakshman Jha Parimal
*तू भी जनता मैं भी जनता*
*तू भी जनता मैं भी जनता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
दर्पण
दर्पण
Kanchan verma
कुछ बातें ईश्वर पर छोड़ दें
कुछ बातें ईश्वर पर छोड़ दें
Sushil chauhan
*मरने का हर मन में डर है (हिंदी गजल)*
*मरने का हर मन में डर है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सौभाग्य मिले
सौभाग्य मिले
Pratibha Pandey
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
VINOD CHAUHAN
"मानो या ना मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
प्राप्त हो जिस रूप में
प्राप्त हो जिस रूप में
Dr fauzia Naseem shad
क्यों इस तरहां अब हमें देखते हो
क्यों इस तरहां अब हमें देखते हो
gurudeenverma198
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
Vandna thakur
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
Anand Kumar
हर क़दम पर सराब है सचमुच
हर क़दम पर सराब है सचमुच
Sarfaraz Ahmed Aasee
नयी सुबह
नयी सुबह
Kanchan Khanna
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
चैन क्यों हो क़रार आने तक
चैन क्यों हो क़रार आने तक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Yesterday ? Night
Yesterday ? Night
Otteri Selvakumar
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रिश्तों में पड़ी सिलवटें
रिश्तों में पड़ी सिलवटें
Surinder blackpen
कमाई / MUSAFIR BAITHA
कमाई / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Loading...