“खोना पाना”
“खोना पाना ”
जीवन में कुछ खोना और पाना ही आनंद है।
कभी खुश हो जाना कभी गमों में डूब जाना है।
अंतर्मन में अनुभवों को जगाना कुछ सीख जाना है।
किसी वस्तुओं की खोजबीन शुरू कर नया मोड़ में मुड़ जाना है।
कुछ त्यागकर कुछ तप साधना से मिल जाना है।
किसी गंतव्य स्थान में पहुंच कर पुनः दूसरे स्थान पर जाना है।
इच्छाओं व कामनाओं की पूर्ति हेतु लक्ष्य बनाना जरूरी है।
जीवन में कुछ खोकर पाना मुश्किल है और कुछ पाकर खोना भी आसान नहीं है।
जय श्री राधेय जय श्री कृष्णा