Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2019 · 1 min read

खोदा पहाड़

यह कविता कुछ गाँव के लोगों के सामूहिक प्रयास से पहाड़ों को खोद कर एक रास्ता बनाने को लेकर लिखी है।जब आप सरकार और उसकी संस्थाओं से गुहार लगा थक जायें तो मेहनत पर विश्वास करना बनता है।
—————————————————-
खोदो पहाड़
———————-
कुदाल उठाओ
पहाड़ खोदो
अपना रास्ता बनाओ
ख़ुद ही लड़ो
कोई नहीं करेगा
कुछ भी

कुदाल उठाओ
पहाड़ खोदो
ले लो मिले जो
साँप बिच्छु चूहा
चाहे मरा हुआ
सब तंत्र बेचारा है

कुदाल उठाओ
पहाड़ खोदो
सीना चीर दो
पहाड़ का
प्रहार से

निकल जाओ
उस ओर
दूसरी छोर
नया संसार
मुझे पता है
सूरज उधर से
निकलता है
उसका ही घर
उधर है
————————————
राजेश’ललित’
स्वलिखित
३:२३
२-९-२०१९

Language: Hindi
4 Likes · 373 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
Poonam Matia
*पीयूष जिंदल: एक सामाजिक व्यक्तित्व*
*पीयूष जिंदल: एक सामाजिक व्यक्तित्व*
Ravi Prakash
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
goutam shaw
कवियों की कैसे हो होली
कवियों की कैसे हो होली
महेश चन्द्र त्रिपाठी
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
झूठ
झूठ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
कवि रमेशराज
मुझे भी
मुझे भी "याद" रखना,, जब लिखो "तारीफ " वफ़ा की.
Ranjeet kumar patre
होगा कौन वहाँ कल को
होगा कौन वहाँ कल को
gurudeenverma198
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
■ 2023/2024 👌
■ 2023/2024 👌
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बहुत याद आता है मुझको, मेरा बचपन...
बहुत याद आता है मुझको, मेरा बचपन...
Anand Kumar
"सच्ची जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
Phool gufran
धूमिल होती पत्रकारिता
धूमिल होती पत्रकारिता
अरशद रसूल बदायूंनी
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हिज़्र
हिज़्र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
Er. Sanjay Shrivastava
अच्छी बात है
अच्छी बात है
Ashwani Kumar Jaiswal
जीभ
जीभ
विजय कुमार अग्रवाल
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Agarwal
23/158.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/158.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वैमनस्य का अहसास
वैमनस्य का अहसास
Dr Parveen Thakur
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
यूं ही नहीं हमने नज़र आपसे फेर ली हैं,
यूं ही नहीं हमने नज़र आपसे फेर ली हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
पापी करता पाप से,
पापी करता पाप से,
sushil sarna
🌹हार कर भी जीत 🌹
🌹हार कर भी जीत 🌹
Dr Shweta sood
ऐ!मेरी बेटी
ऐ!मेरी बेटी
लक्ष्मी सिंह
भोली बिटिया
भोली बिटिया
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Loading...