Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2021 · 1 min read

खेल

” स्वस्थ रहना है तो
खेल की बात कर
हो निरोग काया तो
खेल की बात कर ”

जब हम बालक के सर्वांगीण विकास की बात करते है तो खेलो की क्या भूमिका है जीवन में , स्वंय ही तय हो जाता है पर आज कालोनी के पार्कों में , संकरी गलियों से दूर मैदानों में बच्चे कम ही खेलते दिखाई देते है कारण है कि आज सोशल मीडिया इतना सक्रिय है जिसका प्रभाव नव पीढी पर भी है बालक दो साल का होते ही मोबाइल प्रयोग करना सीख लेता है फिर इतना आदी हो जाता है कि मोबाइल के लिए बिगड़ना शुरू कर देता है और खेलों से दूर हो जाता है ।
दूसरी वजह असुरक्षा की भावना है घर के बड़े बालको को बाहर नहीं जाने देते जिससे खेल की भावना पल्लवित नहीं हो पाती है । इसलिये बालक के बड़े लोग उसे मोबाइल से ही चिपका रहने देते है । पहले बालक बालिकाओं के खेल अलग अलग होते थे । बालक कन्चे गुल्ली डण्डा आदि खेल खेला करते थे । बालिकाएं गुटके , गुड्डे गुड़िया खेला करती थी ।
बदलते परिवेश में इनका स्थान सोशल मीडिया ने ले लिया है बालक बालिकाएं सुबह से शाम तक सोशल साइट्स पर इस तरह लिप्त है कि उनके पास अवकाश ही नहीं कि वे खेलों में हिस्सा ले अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करे । कुछ सरकार का रवैया भी खेल और खिलाड़ियों के प्रति उदासीनता से युक्त ऐसा है कि उनको पर्याप्त सुविधाएं प्राप्त नहीं जिससे खेल भावना पोषित नहीं हो पाती है ।

Language: Hindi
Tag: लेख
76 Likes · 464 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
चलो बनाएं
चलो बनाएं
Sûrëkhâ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
👌आभास👌
👌आभास👌
*प्रणय*
4) धन्य है सफर
4) धन्य है सफर
पूनम झा 'प्रथमा'
अलगाव
अलगाव
अखिलेश 'अखिल'
प्यार में पड़े किसी इंसान की दो प्रेमिकाएं होती हैं,
प्यार में पड़े किसी इंसान की दो प्रेमिकाएं होती हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निश्चित जो संसार में,
निश्चित जो संसार में,
sushil sarna
माना जिंदगी चलने का नाम है
माना जिंदगी चलने का नाम है
Dheerja Sharma
Love is a physical modern time.
Love is a physical modern time.
Neeraj Agarwal
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
Arvind trivedi
तहजीब राखिए !
तहजीब राखिए !
साहित्य गौरव
व्याकुल मन की व्यञ्जना
व्याकुल मन की व्यञ्जना
हिरेन जोशी
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
4474.*पूर्णिका*
4474.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
Ravi Prakash
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
राधेश्याम "रागी"
तस्मात् योगी भवार्जुन
तस्मात् योगी भवार्जुन
सुनीलानंद महंत
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
कवि रमेशराज
Dead 🌹
Dead 🌹
Sampada
वो मेरा है
वो मेरा है
Rajender Kumar Miraaj
" इतिहास "
Dr. Kishan tandon kranti
9 .IMPORTANT REASONS WHY NOTHING IS WORKING IN YOUR LIFE.🤗🤗🤗
9 .IMPORTANT REASONS WHY NOTHING IS WORKING IN YOUR LIFE.🤗🤗🤗
पूर्वार्थ
ना चाहते हुए भी
ना चाहते हुए भी
हिमांशु Kulshrestha
लक्ष्य गर समक्ष है तो
लक्ष्य गर समक्ष है तो
अर्चना मुकेश मेहता
इनपे विश्वास मत कर तू
इनपे विश्वास मत कर तू
gurudeenverma198
शांत मन को
शांत मन को
Dr fauzia Naseem shad
ज़िंदगी के सौदागर
ज़िंदगी के सौदागर
Shyam Sundar Subramanian
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
" नयन अभिराम आये हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
Shweta Soni
Loading...