खेद है
खेद है
छोटा सा शब्द
सारी सम्भावनाओं पर
फेर देता है पानी
पर कवि खुद से उपजता है
इन्ही विषमताओं से लड़ता
की तुम सबके खेद के लिए
मुझे खेद है
खेद है
छोटा सा शब्द
सारी सम्भावनाओं पर
फेर देता है पानी
पर कवि खुद से उपजता है
इन्ही विषमताओं से लड़ता
की तुम सबके खेद के लिए
मुझे खेद है