खूबी
हर खूबी हो मुझमें ये जरूरी तो नही।
मगर जितनी है वो कम भी तो नहीं, काश ये मिल जाता काश वो मिल जाता,
निकालकर इस फेर से व्यर्थ कुंठाओं के ढेर ,से खुश रहे इसमें जो मिला वह कम भी तो नहीं।
संजोकर रखे हर उस चीज को ,हर उस रिश्ते को ,जो अपने पास है । फिर सारी खुशियाँ आपके साथ है फिर क्यों किया गम उसका की बस पास वो ही तो नही ।