खुश रहा करो — गजल /गीतिका
खुश रहने की नहीं कोई कीमत,
जीवन में खुश रहा करो।
कहां बोलना कहां न बोले,
सोच समझकर कहा करो।।
नीति नियम पर चलो हमेशा ।
अनितियों से दूर रहा करो।।
भूल के भी न करो भूल कभी।
वसुलों पर अडिग रहा करो।।
आप भी मानव हम भी मानव।
मानवता में बहा बहा करो।।
कट जाए हंसते-हंसते जीवन यह अपना।
पल हर पल खुश रहा करो।।
राजेश व्यास अनुनय