*******खुशी*********
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☺️खुशी खुशी ऽऽऽऽऽऽऽऽ
ओ रे मेरी सखी,
ज़रा बता, क्या हैं खुशी?
जो रुलाए,या जो हँसाये॥
जो हृदय को दुखाए,या वो जो ह्रदय को सहराए॥
ओ रे मेरी सखी,
ज़रा बता, क्या हैं खुशी?
जो दे सबको सम्मान,या वो जो करे सबका अपमान॥
ओ रे मेरी सखी,
ज़रा बता, क्या हैं खुशी?
जो दे बलिदान,या वो जो करे खिन्न मन से प्यार का बखान।।
ओ रे मेरी सखी,
ज़रा बता, क्या हैं खुशी?
जो करे दोस्ताना व्यवहार, या जो करे दुश्मनी का प्रहार॥
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रचनाकार – 😇 डॉ० वैशाली ✍🏻