खुला आसमान
तुम्हारा जीवन किले ,बंदी में भले बीता होगा,
प्रजा कमा कर तुम्हें खिलाती है याद होगा.
भूल गये हो गर, तो बाहर निकल कर देखना,
खुशी दीवारों के भीतर नहीं,खुले गगन में होती.
तुम्हारा जीवन किले ,बंदी में भले बीता होगा,
प्रजा कमा कर तुम्हें खिलाती है याद होगा.
भूल गये हो गर, तो बाहर निकल कर देखना,
खुशी दीवारों के भीतर नहीं,खुले गगन में होती.