Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2021 · 1 min read

खास है पास् नही

***** खास है पास नही *****
*************************
2221 2221 12
काफिया-आस रदीफ़-नहीं
*************************

जिस पर आस थी वो पास नही,
जिस पर आस है वो खास नहीं।

किस से क्या कहाँ उम्मीद रखे,
तम में भी दिखे प्रकाश नही।

कोशिश लाख की है बात करें,
आता है नजर प्रयास नहीं।

वश में है कहीं कोई न यहाँ,
कोई भी किसी का दास नहीं।

स्वार्थों में यहाँ है लीन बहुत,
बिन हक डालता है घास नही।

मनसीरत सहे है रोज यहाँ,
है कुछ भी कहीं आभास नहीं।
*************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

230 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

पद मिल जाए बिना प्रतिभा के तो धृतराष्ट्र बनते हैं( कुंठित लो
पद मिल जाए बिना प्रतिभा के तो धृतराष्ट्र बनते हैं( कुंठित लो
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कलमी आजादी
कलमी आजादी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*प्रदूषण से कैसे बचे*
*प्रदूषण से कैसे बचे*
Ram Krishan Rastogi
भारत हमारा
भारत हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
GOVIND UIKEY
आईने के सामने
आईने के सामने
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इन्सानी रिश्ते
इन्सानी रिश्ते
Seema Verma
#कथावार्ता
#कथावार्ता
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
"आसां सा लगता"
Dr. Kishan tandon kranti
मतदान पर दोहे( दमदार)
मतदान पर दोहे( दमदार)
Dr Archana Gupta
दुख
दुख
पूर्वार्थ
#आज_का_मुक्तक
#आज_का_मुक्तक
*प्रणय*
Typing mistake
Typing mistake
Otteri Selvakumar
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
जमीदार की कहानी
जमीदार की कहानी
Prashant Tiwari
नाम या काम
नाम या काम
Nitin Kulkarni
दिल में
दिल में
Minal Aggarwal
तुम जलधर मैं मीन...
तुम जलधर मैं मीन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
तू क्या जाने कितना प्यार करते हैं तुझसे...
तू क्या जाने कितना प्यार करते हैं तुझसे...
Ajit Kumar "Karn"
3659.💐 *पूर्णिका* 💐
3659.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
Raju Gajbhiye
*कुछ संयम कुछ ईश कृपा से, पापों से बच जाते हैं (हिंदी गजल)*
*कुछ संयम कुछ ईश कृपा से, पापों से बच जाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
VEDANTA PATEL
पहली बारिश मेरे शहर की-
पहली बारिश मेरे शहर की-
Dr Mukesh 'Aseemit'
पीकर चलना  नारियल , करना तू प्रयास ।
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।
Neelofar Khan
मुक्तक
मुक्तक
गुमनाम 'बाबा'
मैं मज़दूर हूँ
मैं मज़दूर हूँ
कुमार अविनाश 'केसर'
ज़िन्दगी में खुशी नहीं होती
ज़िन्दगी में खुशी नहीं होती
सुशील भारती
तुम्हारा जिक्र
तुम्हारा जिक्र
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
“गर्व करू, घमंड नहि”
“गर्व करू, घमंड नहि”
DrLakshman Jha Parimal
Loading...