” खामोशी “
” खामोशी ”
सौ जवाबों से बेहतर है खामोशी,
लगते सवालों की आबरू हो जैसे।
जहर पीकर भी वो जिन्दा रहा,
मत पूछिए ये सब हुआ कैसे।
” खामोशी ”
सौ जवाबों से बेहतर है खामोशी,
लगते सवालों की आबरू हो जैसे।
जहर पीकर भी वो जिन्दा रहा,
मत पूछिए ये सब हुआ कैसे।