खामोशी
खामोशी
हर खामोशी का
अपना किरदार
अपनी …….
एक वजह ….
अपनी पहचान
हर खामोशी की
अपनी दास्तान …..
कुछ …….
कही
कुछ अनकही
खामोशी की पीठ में
इक तुफान भी
या
लफ़्ज़ों की बंद दुकान भी
खमोशी में चुभन भी
सुहानापन भी
खामोशी में राज है
दर्द छिपाने का
अपना अंदाज
खामोशी का मतलब
इन्कार नहीं तो इकरार भी नहीं
संगीता बैनीवाल