Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 1 min read

खामोशी का रिश्ता

हम दोनों के बीच
जो रिश्ता है
वह खामोशी का है
कभी एक लंबे अंतराल के
बाद भी
गर एक लफ्ज बोलने की भी
कोशिश करी जो तो
कांच की प्याली सा
टूट कर
कांच का चूरा
नस नस में चुभा जाता है
थोड़ी सी भी
राहत का कहीं
नामोनिशान नहीं
बस दर्द के जख्म के निशान ही
उकेरता जाता है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
2 Likes · 127 Views
Books from Minal Aggarwal
View all

You may also like these posts

इश्क
इश्क
Sanjay ' शून्य'
प्राण प्रतिष्ठा और दुष्ट आत्माएं
प्राण प्रतिष्ठा और दुष्ट आत्माएं
Sudhir srivastava
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
Paras Nath Jha
फिसलती रही रेत सी यह जवानी
फिसलती रही रेत सी यह जवानी
मधुसूदन गौतम
कोई तो मेरा अपना होता
कोई तो मेरा अपना होता
Juhi Grover
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ११)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ११)
Kanchan Khanna
महाप्रयाण
महाप्रयाण
Shyam Sundar Subramanian
भाल हो
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
3329.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3329.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"इस जीवन-रूपी चंदन पर, कितने विषधर लिपट गए।
*प्रणय*
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा..
तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा..
Ravi Betulwala
"सुबह की किरणें "
Yogendra Chaturwedi
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
Dushyant Kumar Patel
गुजरा कल हर पल करे,
गुजरा कल हर पल करे,
sushil sarna
Hey...!!Listen dear...!!
Hey...!!Listen dear...!!
पूर्वार्थ
एक कुंडलिया
एक कुंडलिया
SHAMA PARVEEN
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
दर्द
दर्द
ओनिका सेतिया 'अनु '
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*माखन चोर बड़ा श्यामा साँवरिया*
*माखन चोर बड़ा श्यामा साँवरिया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खुद का साथ
खुद का साथ
Vivek Pandey
खो गई लय
खो गई लय
Saraswati Bajpai
तनातनी
तनातनी
Laxmi Narayan Gupta
नियति
नियति
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
*पहचान* – अहोभाग्य
*पहचान* – अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
Love
Love
Shashi Mahajan
रुकती है जब कलम मेरी
रुकती है जब कलम मेरी
Ajit Kumar "Karn"
"इंसान"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...