खाने को रोटी नहीं , फुटपाथी हालात {कुंडलिया}
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/6ea2b7aea98d07475c25d7f63a4c9846_029ced6dd72dfb950593301a4d6b2edb_600.jpg)
खाने को रोटी नहीं , फुटपाथी हालात {कुंडलिया}
खाने को रोटी नहीं , फुटपाथी हालात
बच्चे फिर भी कर रहे ,पूरे गिनकर सात
पूरे गिनकर सात ,कौन अब इन्हें खिलाए
देश उठाता बोझ , कचूमर निकला जाए
कहते रवि कविराय ,उठो सब रुकवाने को
जनसंख्या विकराल , काटती है खाने को
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451