Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
191 Followers
Follow
Report this post
3 Aug 2024 · 1 min read
ख़्वाब कोई
नींद तब आये मेरी आंखों को,
ख़्वाब कोई अगर मुकम्मल हो।
डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
2 Likes
· 105 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like these posts
जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत।
सत्य कुमार प्रेमी
सुविचार
Neeraj Agarwal
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
इंजी. संजय श्रीवास्तव
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
Shweta Soni
गर्मी बहुत पड़ी है तो जाड़े भी आएगें
Dr. Sunita Singh
जो असंभव है वो बात कैसे लिखूँ
Dr Archana Gupta
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
Arghyadeep Chakraborty
2686.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
शेखर सिंह
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
Anamika Tiwari 'annpurna '
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मन की शांति के उपाय। मिथक बातें का खण्डन। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
याद तुम्हारी
Jai Prakash Srivastav
आकाशवाणी: अंतरिक्षवाणी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कौन मनाएगा तुमको
Shekhar Chandra Mitra
आशिर्वाद
Kanchan Alok Malu
बंद आँखें भी मोतियों को बड़े नाजों से पाला करते थे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हरे भरे खेत
जगदीश लववंशी
प्रकृति और मानव
Kumud Srivastava
एक सत्य मेरा भी
Kirtika Namdev
पुलवामा वीरों को नमन
Satish Srijan
प्यासा के कुंडलियां (pyasa ke kundalian) pyasa
Vijay kumar Pandey
कविता
Kavi Ramesh trivedi
"आईना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
अधिकतर ये जो शिकायत करने व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
Pankaj Kushwaha
■ समसामयिक रचना■
*प्रणय*
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
पूर्वार्थ
Loading...