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9 Feb 2024 · 1 min read

ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी

ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
टूटा हो जैसे कोई सितारा अभी अभी

जैसे किसी ने साँप के फन को कुचल दिया
अपनी अना को ऐसे ही मारा अभी अभी

ऐसा लगा वो शख़्स मेरे आस पास है
उसने ही जैसे मुझको पुकारा अभी अभी

ताउम्र के लिए जो मेरा हम-सफ़र है अब
उससे मैं कैसे कर लूँ किनारा अभी अभी

वो शख़्स अब तो मुझको मुक़म्मल ही चाहिए
होगा नहीं यूँ मेरा गुज़ारा अभी अभी
~अंसार एटवी

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