ख़ास से आम बनाना ज़रूरी था
ख़ास से आम बनाना ज़रूरी था
उस का ग़ुरूर मिटाना ज़रूरी था
क़ुदरत का क़त्ल किए जा रहे थे
ज़मीं पर ज़लज़ला आना ज़रूरी था
नफ़रतों के चराग़ बुझाने की ख़ातिर
वहदत का तूफ़ान उठाना ज़रूरी था
मिरी आबरू पर उँगली उठाई जिस ने
ख़ाक में उस को मिलाना ज़रूरी था
‘धरा’ गिद्धों का शिकार करने के वास्ते
कबूतर से बाज़ बन जाना ज़रूरी था
त्रिशिका श्रीवास्तव धरा
कानपुर (उत्तर प्रदेश)