Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

ख़ास से आम बनाना ज़रूरी था

ख़ास से आम बनाना ज़रूरी था
उस का ग़ुरूर मिटाना ज़रूरी था

क़ुदरत का क़त्ल किए जा रहे थे
ज़मीं पर ज़लज़ला आना ज़रूरी था

नफ़रतों के चराग़ बुझाने की ख़ातिर
वहदत का तूफ़ान उठाना ज़रूरी था

मिरी आबरू पर उँगली उठाई जिस ने
ख़ाक में उस को मिलाना ज़रूरी था

‘धरा’ गिद्धों का शिकार करने के वास्ते
कबूतर से बाज़ बन जाना ज़रूरी था

त्रिशिका श्रीवास्तव धरा
कानपुर (उत्तर प्रदेश)

2 Likes · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Trishika S Dhara
View all
You may also like:
देश भक्ति
देश भक्ति
Santosh kumar Miri
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
VINOD CHAUHAN
सलाम मत करना।
सलाम मत करना।
Suraj Mehra
4556.*पूर्णिका*
4556.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*नवरात्रि के इन पावन पर्व में ...*
*नवरात्रि के इन पावन पर्व में ...*
Shashi kala vyas
वर्तमान लोकतंत्र
वर्तमान लोकतंत्र
Shyam Sundar Subramanian
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
manjula chauhan
प्रेम।की दुनिया
प्रेम।की दुनिया
भरत कुमार सोलंकी
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सपनों का सफर
सपनों का सफर
पूर्वार्थ
बख़ूबी समझ रहा हूॅं मैं तेरे जज़्बातों को!
बख़ूबी समझ रहा हूॅं मैं तेरे जज़्बातों को!
Ajit Kumar "Karn"
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
Shweta Soni
അക്ഷരങ്ങൾ
അക്ഷരങ്ങൾ
Heera S
दोस्ती का सफर
दोस्ती का सफर
Tarun Singh Pawar
सोच तो थी,
सोच तो थी,
Yogendra Chaturwedi
विनती
विनती
Kanchan Khanna
रिश्तों में  बुझता नहीं,
रिश्तों में बुझता नहीं,
sushil sarna
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
"हमदर्द आँखों सा"
Dr. Kishan tandon kranti
उलझन !!
उलझन !!
Niharika Verma
ज़ब तक धर्मों मे पाप धोने की व्यवस्था है
ज़ब तक धर्मों मे पाप धोने की व्यवस्था है
शेखर सिंह
राही साथ चलते हैं 🙏
राही साथ चलते हैं 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
Ashwini sharma
रिश्ते को इस तरह
रिश्ते को इस तरह
Chitra Bisht
उज्जैन घटना
उज्जैन घटना
Rahul Singh
बचपन
बचपन
Vivek saswat Shukla
नहीं देखी सूरज की गर्मी
नहीं देखी सूरज की गर्मी
Sonam Puneet Dubey
*पृथ्वी दिवस*
*पृथ्वी दिवस*
Madhu Shah
परीक्षा है सर पर..!
परीक्षा है सर पर..!
भवेश
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
Ranjeet kumar patre
Loading...