Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2022 · 1 min read

ख़तरा में लोकतंत्र

कईसन आज़ादी
कहां के आज़ादी!
आज चारू ओर
फईलल बर्बादी!!
मार दीहल जाला
बेमौत ओकरा के!
इहां जेही उठावे
सवाल बुनियादी!!
#ReleaseAllPoliticalPrisoners
#मीडिया #एक्टिविस्ट #शायरी #कवि

Language: Bhojpuri
133 Views

You may also like these posts

श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
पूर्वार्थ
आज की नारी
आज की नारी
Dr.sima
आरामदायक है भारतीय रेल
आरामदायक है भारतीय रेल
Santosh kumar Miri
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rajesh Kumar Kaurav
जीवन जितना होता है
जीवन जितना होता है
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
ফুলডুংরি পাহাড় ভ্রমণ
ফুলডুংরি পাহাড় ভ্রমণ
Arghyadeep Chakraborty
ग़ज़ल- वहीं इक शख़्स दुनिया में
ग़ज़ल- वहीं इक शख़्स दुनिया में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
4646.*पूर्णिका*
4646.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पीयूष गोयल में १७ पुस्तकें लिख कर रच दिया इतिहास.
पीयूष गोयल में १७ पुस्तकें लिख कर रच दिया इतिहास.
Piyush Goel
Where is true love
Where is true love
Dr. Kishan Karigar
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
Shinde Poonam
मोहब्बत...
मोहब्बत...
हिमांशु Kulshrestha
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
shabina. Naaz
Musings
Musings
Chitra Bisht
नींद
नींद
Vindhya Prakash Mishra
बरगद एक लगाइए
बरगद एक लगाइए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
धन-संपदा थोड़ा कम भी हो,
धन-संपदा थोड़ा कम भी हो,
Ajit Kumar "Karn"
जरूरत और जरूरी में फर्क है,
जरूरत और जरूरी में फर्क है,
Kanchan Alok Malu
"धैर्य"
Dr. Kishan tandon kranti
देखा है
देखा है
RAMESH Kumar
"झूठी है मुस्कान"
Pushpraj Anant
🙅पक्का वादा🙅
🙅पक्का वादा🙅
*प्रणय*
15--🌸जानेवाले 🌸
15--🌸जानेवाले 🌸
Mahima shukla
माना   कि  बल   बहुत  है
माना कि बल बहुत है
Paras Nath Jha
साँझ- सवेरे  योगी  होकर,  अलख  जगाना  पड़ता  है ।
साँझ- सवेरे योगी होकर, अलख जगाना पड़ता है ।
Ashok deep
ഒന്നോർത്താൽ
ഒന്നോർത്താൽ
Heera S
*डॉ. विश्व अवतार जैमिनी की बाल कविताओं का सौंदर्य*
*डॉ. विश्व अवतार जैमिनी की बाल कविताओं का सौंदर्य*
Ravi Prakash
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
Manisha Manjari
Loading...