खयाल मेरा
भटका भटका सा हर शख्स
नजर आता है मुझे
जब से साधु हो गया है
मन मेरा ।
बदला बदला सा संसार
लगने लगा है मुझे
जब से पाक साफ हो गया है
ख्याल मेरा ।
सादा सादा सरल जीवन
अच्छा लगने लगा है मुझे
जब से टूट गया है
अंहकार मेरा ।
तार तार हो गयी है हर इच्छा
सुकून आने लगा है मुझे
जब से आजाद हो गया है
मोह मेरा ।।
राज विग 24.06.2019.