खंडहर हुई यादें
खंडहर हुई यादें अब मैं क्या करूं
बेअसर हुई फरियादें मैं क्या करूं
कहां जाऊं और किसको पुकारुं
जिंदा रहूं मैं या कहीं पर जा मरूं
जिंदा रहूं………….
लोग कहते हैं कि हम दिवाने हुए
हां दिवाने हुए -(2)
किसके दिवाने हुए अब क्या कहूं
जिंदा रहूं………….
तुम ना आए वादा तुमने तोड़ दिया
वादा तोड़ दिया -(2)
दिल है बेबस तूं ही बता क्या करूं
जिंदा रहूं…………..
मुझसे सहन नहीं होगा ये दर्दे-दिल
हां ये दर्दे-दिल -(2)
“विनोद”इस दिल का मैं क्या करूं
जिंदा रहूं …………