क्षण भंगुर
जिसे लोगों ने तरक्की समझा
मुझे वो माया जाल लगा
आत्म संतोषी जीवन मे
मुझे गीता का सार मिला ।
दोस्ती दुश्मनी दोनो मे
मुझे न कोई मतभेद लगा
अपनो गैरों दोनो से प्यार
मुझे सौ बार मिला ।
पाया जिन्दगी सफर मे
मुझे वो ही मुकद्दर लगा
कठिन दौर के जीवन मे
मुझे प्रभु का साथ मिला ।
क्षण भंगुर मेरी काया है
मुझे बारंबार एहसास लगा
जो चले मुक्ति की राहों मे
मुझे ऐसा एक न यार मिला ।।
राज विग 21.12.2019.