क्रिकेट और सियासत
क्रिकेट के मैदान में तो ,
आखिरी बॉल तक खेले मियां !
क्या सियासत के मैदान पर भी ,
जीत हासिल कर पाएंगे !
अब यह तो वक्त बताएगा,
कहां तक अपना आत्म विश्वास ,
संभाल पाएंगे ।
जो भी हो ! इन दोनो खेलों में ,
तकदीर का पलड़ा भारी होता है ।
जीत हासिल करता है वही ,
जिसका सितारा बुलंद होता है ।