क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा।
क्या हो गई हमसे ऐसी ख़ता।।
क्यों आती नहीं अब याद हमारी।
तू परदेशी यह हमको बता।।
क्यों हो गया——————–।।
कम से कम याद, उनको तो कर ले।
दिया प्यार जिन्होंने, उन्हें प्यार कर ले।।
क्यों तोड़ता है, उनका दिल ऐसे।
क्यों नहीं तू अब, उनसे वफ़ा।।
क्यों हो गया——————–।।
क्यों नहीं फिक्र, तुम्हें उस घर की।
जलाई थी ज्योति, जिसने सहर की।।
क्यों कर दिया तुने, वहाँ अब अंधेरा।
तुमको हुआ है क्यों किसका नशा।।
क्यों हो गया———————-।।
क्यों छीन ली, उन आँखों की खुशियाँ।
क्यों रौंद दी, उस बाग की कलियाँ।।
सींचा था जिसको, अरमां से हमने।
क्यों नहीं तू अब, वैसे सफ़ा।।
क्यों हो गया——————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)