क्या यही आज़ादी है?
हंसकर चढ़े थे
फांसी पर
सीने पर
गोली खाई थी!
क्या यही
वह आज़ादी है
जिसके लिए
जान गंवाई थी!!
भगतसिंह,
सुभाष और
अशफ़ाक जैसे
महान वीरों ने!
लगता है
झूठमूठ में ही
अपने घर में
आग लगाई थी!!
#Caste #DalitLivesMatter #न्याय
#JusticeForInderMeghwal #इंसाफ़