Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2023 · 1 min read

क्या चाहती हूं मैं जिंदगी से

क्या चाहती हूं मैं जिंदगी से
क्या चाहत है मेरी
औरत हूॅ बहुत कुछ करना चाहती हूं
इस चाहत में भी कितनी सीमाएं है मेरी।

1 Like · 247 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
होली
होली
Manu Vashistha
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
प्रयास
प्रयास
Dr fauzia Naseem shad
मुझे भी बतला दो कोई जरा लकीरों को पढ़ने वालों
मुझे भी बतला दो कोई जरा लकीरों को पढ़ने वालों
VINOD CHAUHAN
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
राकेश चौरसिया
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
आर.एस. 'प्रीतम'
कहां गये हम
कहां गये हम
Surinder blackpen
झोली फैलाए शामों सहर
झोली फैलाए शामों सहर
नूरफातिमा खातून नूरी
खूबसूरत है दुनियां _ आनंद इसका लेना है।
खूबसूरत है दुनियां _ आनंद इसका लेना है।
Rajesh vyas
The Moon!
The Moon!
Buddha Prakash
फ़ितरत
फ़ितरत
Manisha Manjari
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
वेदना में,हर्ष  में
वेदना में,हर्ष में
Shweta Soni
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मां ब्रह्मचारिणी
मां ब्रह्मचारिणी
Mukesh Kumar Sonkar
चित्र कितना भी ख़ूबसूरत क्यों ना हो खुशबू तो किरदार में है।।
चित्र कितना भी ख़ूबसूरत क्यों ना हो खुशबू तो किरदार में है।।
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
मैं रचनाकार नहीं हूं
मैं रचनाकार नहीं हूं
Manjhii Masti
कैसे कह दूं मुझे उनसे प्यार नही है
कैसे कह दूं मुझे उनसे प्यार नही है
Ram Krishan Rastogi
■ चुनावी चकल्लस ***
■ चुनावी चकल्लस ***
*Author प्रणय प्रभात*
2318.पूर्णिका
2318.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मउगी चला देले कुछउ उठा के
मउगी चला देले कुछउ उठा के
आकाश महेशपुरी
*** हमसफ़र....!!! ***
*** हमसफ़र....!!! ***
VEDANTA PATEL
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
कवि दीपक बवेजा
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
पूर्वार्थ
*सर्दी (बाल कविता)*
*सर्दी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मैं एक खिलौना हूं...
मैं एक खिलौना हूं...
Naushaba Suriya
सो रहा हूं
सो रहा हूं
Dr. Meenakshi Sharma
Loading...