क्या गलत करता हूँ…!!
मैं बीते कल को शब्दों में पिरोता हूँ..तो क्या गलत करता हूँ…!!
किसी की मुस्कुराहट को दिल में संजोता हूँ.. तो क्या गलत करता हूँ…!!
कोई गलती हो तो दिल से माफ़ी मांग लेता हूँ,
आत्मसम्मान की बात आये तो, सबक सिखाने पर..क्या गलत करता हूँ…!!
खामोशी से सुनता हूँ सबकी फिजूल बातें, गलत बात पर आवाज़ उठाता हूँ..तो क्या गलत करता हूँ…!!
लोग तो अपनों में भी पराये ढूंढ लेते, मैं गैरों में अपनों की तलाश कर लेता हूँ..तो क्या गलत करता हूँ…!!
लोग जाति-धर्म, रीती-रिवाज, ऊंच-नीच की बात करते है, मैं इंसानियत पर भरोसा करता हूँ.. तो क्या गलत करता हूँ…!!
❤Love Ravi❤