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24 Jul 2024 · 1 min read

“क्या कहूँ तुझे”

“क्या कहूँ तुझे”
तुझे मीर की ग़ज़ल कहूँ
या किसी शायर का ख्वाब,
चौदहवीं के चाँद हैं फीके
फीके हर आफ़ताब।

3 Likes · 2 Comments · 94 Views
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