क्या करना उस मित्र का, मुँह पर करता वाह।
क्या करना उस मित्र का, मुँह पर करता वाह।
पीछे से चुगली करे, रखता मन में डाह।।
मुश्किल आई देखकर, खींचें झट से हाथ।
रहें बनी के मित्र बस, करो न उनका साथ।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
क्या करना उस मित्र का, मुँह पर करता वाह।
पीछे से चुगली करे, रखता मन में डाह।।
मुश्किल आई देखकर, खींचें झट से हाथ।
रहें बनी के मित्र बस, करो न उनका साथ।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद