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31 Jan 2021 · 2 min read

कौशल भारत – कुशल भारत

कविता :- 3(47)

कौशल भारत – कुशल भारत

कोशल भारत – कुशल भारत है, हिन्दोस्तां की योजना ,
स्वतंत्रता के लक्ष्य ग़रीबी, बेरोज़गारी हटाने के लिए बनी
है , ये परियोजना ।।

योजना खिल उठी 2015 में माननीय प्रधानमंत्री
मोदी जी के सहयोग से ,
बड़े-बड़े डिग्री लेकर नागरिक पहले मरते थे , बेरोज़गारी
भूखमरी के रोग से ।।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का बेरोज़गारी हटाना है इनका लक्ष्य ,
ग़रीबी दूर करने के लिए हर एक नागरिक ले सकता है इस योजना का पक्ष ।।

योजना का सदस्य बनने के लिए नहीं सोर्स, नहीं लगते रकम ,
खिली हुई बेरोज़गारी की बस्तियां कुछ
वर्षों में हो जायेगी कम ।

इलेक्ट्रॉनिक, नर्सिंग, संगणक, बोलचाल आदि की ट्रेनिंग
दिये जाते है ,
हिन्दुस्तानी के नाते सभी को आदर्शता ज़िन्दगी
जीना सीखाते है ।।

छोटे – बड़े कम्पनी आते है इस योजना के अन्दर ,
कौशल भारत – कुशल भारत की केन्द्र छायी हुई है देशभर ।।

बड़े बड़े डिग्री लेकर लोग बेरोज़गारी के बाज़ार में घूमते हैं ,
Pmkvy पीएमकेवीवाई के तीन या चार महीने के कोर्स में
ही लोग रोज़गार के लिए कार में घूमते हैं ।।

नेहरू, शास्त्री, के बाद जनता को ऐसा
सरकार की ज़रूरत था ,
इतने वर्ष में कई आये ,कई गये , कहां किसी
सरकार का ऐसा मत था ।।

बार-बार हम नागरिक को चाहिए ऐसी सरकार ,
इस योजना की दरिया से कुछ वर्षों बाद ग़रीबी, बेरोज़गारी
हो जायेगी पार ।।

एक केन्द्र है , इस योजना का हावड़ा के लिलुआ में स्थित ,
आओ मेरे भाई और बहनों, pmkvy ( पीएमकेवीवाई )
के राहों में अवश्य होगा जीत ।।

अच्छे दिन आयेंगे , निभा डाले अपना वचन ,
सरकारी नौकरी के रूप में नहीं , कौशल मेला के रूप में सही,
किये हर एक जनता के मार्ग रोशन ।।

धीरे-धीरे छा रही है, हर गली हर राहों में , हर एक जनता के
होंठों पर मुस्कान ,
आओ मेरे भाई और बहनों, मिलकर करें
कौशल मेला का सम्मान ।।

हर एक नागरिक को इस योजना का लक्ष्य बताना है ,
सदियों से पाले हुए ग़रीबी, बेरोज़गारी को अब गंवाना है ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो :-6290640716
15-01-2018 सोमवार 12: 20 डायरी :-3(47)
ममता दीदी वाला
23-02-2018 शुक्रवार सुनाते कौशल मेला दिन :-4(32)
03-06-2020 बुधवार कविता :-16(51)
PRADHAN MANTRI KAUSHAL VIKAS YOJANA
Roshan Kumar Jha
Asst. Electrician
Howrah Pmkvy
04-01-2018

Language: Hindi
1325 Views
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